क्रिकेटर वैष्णवी ने ग्वालियर और मध्यप्रदेश का बढ़ाया मान विश्व स्तर पर बनाई अपनी पहचान।वूमन वर्ल्ड कप 2025 में 17 विकेट और हैट्रिक लेकर रचा इतिहास वैष्णवी शर्मा ने।साल 2017 में MP अंडर-16 टीम कैप्टन रह चुकी है वैष्णवी शर्मा।इंडिया MP की अंडर-19 टीम की कैप्टन भी रह चुकी वैष्णवी शर्मा।साल 2022 में घरेलू क्रिकेट में देशभर में सबसे ज्यादा विकेट हासिल करने पर BCCI ने 2022-23 का वैष्णवी को दिया था डालमिया अवार्ड ।
इंडिया वूमन क्रिकेट अंडर 19 टीम ने वर्ल्ड कप जीतकर इतिहास रच दिया है..वैसे तो इसका जश्न देश और खेलप्रेमी मना रहे हैं.. लेकिन ग्वालियर में इसका ख़ास जश्न हैं इसकी बजह भी वर्ल्ड कप विजेता टीम का हिस्सा रही ग्वालियर की बेटी वैष्णवी शर्मा है..वैष्णवी ने वर्ल्ड कप में शानदार प्रदर्शन कर हैट्रिक लगाई साथ ही 17 विकेट लेकर कई रिकॉर्ड भी अपने नाम किए.. ग्वालियर की बेटी के घर लौटने पर उसका शहर वासियों ने जबरदस्त स्वागत किया वहीं घर में उत्सव का माहौल हैं।
इंडिया MP की अंडर-19 टीम की कैप्टन रह चुकी वैष्णवी शर्मा ने साल 2022 में घरेलू क्रिकेट में देशभर में सबसे ज्यादा विकेट हासिल किए थे जिसके चलते उन्हें BCCI ने 2022-23 का डालमिया अवार्ड दिया गया था..
13 साल में सफलता का लंबा सफर तय करते हुए वैष्णवी का हाल ही में अंडर 19 वर्ल्ड कप टीम में सिलेक्शन हुआ था। मलेशिया में हुए वूमन वर्ल्ड कप में इतिहास रचते हुए इंडिया टीम ने वुमन वर्ल्ड कप कब्जा कर लिया,वहीं वर्ल्ड कप में वैष्णवी ने अपने शानदार खेल का प्रदर्शन कर पूरी दुनिया का ध्यान अपनी तरफ खींचा.. बाएं हाथ की ऑर्थोडेक्स बॉलर वैष्णवी ने अंडर 19 महिला टी 20 विश्वकप मे सबसे अधिक 17 विकेट लेकर एक कीर्तिमान बनाकर बुमराह को भी पीछे छोड़ दिया वैष्णवी ने 5 रन देकर और 5 विकेट लेकर वर्ल्ड कप में शुरुआत की थी,मलेशिया के खिलाफ हैट्रिक भी ली और श्रीलंका के खिलाफ 3 रन देकर एक विकेट लिया। वीओ- अंडर-19 वूमन वर्ल्ड कप में अपनी दमदार बॉलिंग से पूरी दुनिया मे धूम मचाने वाली वैष्णवी शर्मा मध्यप्रदेश के ग्वालियर शहर की बेटी हैं..ग्वालियर चंबल की वैष्णवी शर्मा इंडिया की एकमात्र महिला क्रिकेटर हैं..
वैष्णवी को बचपन से ही क्रिकेट का शौक था..
ऐसे में उनके पिता नरेंद्र शर्मा जब क्रिकेट में स्वयं सफल नहीं हो सके तो उन्होंने अपनी बेटी वैष्णवी को क्रिकेटर बनाने के लिए दिन-रात एक कर दिया.. पेशे से ज्योतिष नरेंद्र शर्मा का कहना है कि अपने पैतृक निवास जालौन में क्रिकेट की ट्रेनिंग के लिए उस तरह की व्यवस्था नहीं थी जैसी कि वैष्णवी को जरूरत थी। ऐसे में वे ग्वालियर शिफ्ट हो गए और तानसेन क्रिकेट एकेडमी में वैष्णवी ने ट्रेनिंग और प्रैक्टिस शुरू की जहां सिर्फ 9 साल की उम्र में इंटर स्कूल में अपने खेल शानदार प्रदर्शन किया, इंडिया अंडर-19 टीम की कैप्टन रह चुकी वैष्णवी फिलहाल T-20 वूमन वर्ल्ड कप में इंडिया की कैप्टन नहीं हैं, लेकिन अपने दमदार खेल से पूरी दुनिया मे धूम मचा दीं बेटी की सफलता पर पिता नरेंद्र और उनके परिवार काफी खुश हैं क्योंकि बेटी की सफलता ने उनके सपने को भी साकार कर दिया हैं।
बाइट- नरेंद्र शर्माक्रिकेटर वैष्णवी शर्मा के पिता