प्रदेश भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं राजस्थान विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने कहा कि दुष्कर्म जैसे अपराधों पर रोकथाम के लिए जरूरी है कि ऐसे मामलों में महीने-पंद्रह दिनों में ही फैसला हो जाना चाहिए।
कटारिया सोमवार को दुष्कर्म की घटनाओं को लेकर प्रतिक्रिया व्यक्त कर रहे थे। उन्होंने कहा कि यह हम सब तथा सरकार के लिए चिंता का विषय है। ऐसे अपराधों पर रोक के लिए जरूरी है मॉनेटरिंग की लेकिन प्रदेश सरकार के मुखिया अशोक गहलोत तो सरकार एवं संगठन के कामों में इतने व्यस्त हैं कि कानून व्यवस्था बदहाल होती जा रही है। कटारिया ने कहा कि इस तरह के दुष्कर्म के अपराधियों के मामले को लंबित नहीं किया जाना चाहिए इसके लिए सरकार कानून बनाएं और डेटूडे सुनवाई हो तथा महीने-15 दिन में इस पर फैसला हो। अपराधी को सख्त सजा मिले, तभी जाकर इस तरह के अपराधों पर लगाम लगाई जा सकती है।
मुख्यमंत्री के व्यस्तता से पूरे प्रदेश में कानून व्यवस्था पर असर पड़ रहा है इसके लिए एक राज्यमंत्री को लगाकर पूरी तरह से इस बात पर अपनी पकड़ बनानी होगी, तभी जाकर अपराधियों पर लगाम कसी जा सकती है।कटारिया की सलाह मुख्यमंत्री गहलोत सरकार और संगठन के साथ प्रदेश की कानून व्यवस्था पर ध्यान दें।