नई दिल्ली: चीन (China) के बाद इटली (Italy) में कोरोना वायरस (Corona Virus) ने सबसे ज्यादा कहर मचाया है. सरकारी आंकड़ों के मुताबिक इटली में अब तक 100 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है. जबकि 3000 से ज्यादा लोग इस बीमारी की चपेट में हैं. आपको बता दें कि यूरोपीय देशों में इटली पहला ऐसा देश है जहां कोरोना वायरस ने तबाही मचाई है.
जानकारी के मुताबिक, एहतियात के तौर पर इटली में सभी स्कूल और कॉलेजों को 15 मार्च तक के लिए बंद कर दिया गया है. कोरोना वायरस से बचने के लिए इटली में लोगों से एक मीटर की दूरी बनाकर चलने और रहने की सलाह दी गई है. विशेषज्ञों का कहना है कि कुछ समय के लिए सार्वजनिक स्थानों पर जाने से बचें. इटली में सिनेमा हॉल और थिएटर को बंद रखने के आदेश जारी कर दिए गए हैं. यहां तक कि देश में हाथ मिलाने और गले मिलने पर भी पाबंदी लगा दी गई है.
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आपको बता दें कि चीन और इटली के बाद ईरान में कोरोना वायरस के सबसे ज्यादा मामले सामने आए हैं. ताजा आंकड़ों के मुताबिक ईरान में कोरोना वायरस के चलते अब तक कुल 92 लोगों की मौत हो गई है जबकि 2,922 लोगों में इसकी पुष्टि हुई है.
इस बीच भारत में भी कोरोना वायरस ने कहर ढाना शुरू कर दिया है. भारत में 29 मरीजों में कोरोना वायरस की पुष्टि हुई है. मंत्रियों के समूह की मीटिंग के बाद केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन ने कहा की सरकार देश में राज्यों के साथ तालमेल बनाकर हर स्तर पर तैयारियां कर रही है. जिससे कोरोना वायरस (Corona Virus) जैसी खतरनाक बीमारी से देश निपट सके.
इसके साथ ही केंद्र सरकार ने कहा है कि ईरान (Iran) में जो भी भारतीय वहां पर मौजूद हैं उनको सीधे रेस्क्यू करके भारत लाने के बजाय, वहीं पर उनका ट्रीटमेंट करके बाद में भारत लाया जाएगा. इसके लिए भारत सरकार ईरान सरकार के साथ तालमेल बना रही है. ईरान में भारत की तरफ से एक लैब का निर्माण किया जा रहा है. इसके लिए 4 वैज्ञानिकों की टीम को ईरान भेजा गया है.
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बता दें कि देश के भीतर राज्यों के साथ तालमेल करके केंद्र सरकार कोरोना से निपटने के लिए हर दिन इंतजामों की समीक्षा कर रही है. बुधवार को कैबिनेट मीटिंग में कोरोना वायरस के मुद्दे पर चर्चा के बाद केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन ने स्वास्थ्य मंत्रालय में एक बड़ी मीटिंग स्वास्थ्य विभाग के आला अधिकारियों के साथ की. इस बैठक में दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य मंत्री के साथ दिल्ली के तीनों एमसीडी के कमिश्नर और राम मनोहर लोहिया अस्पताल, सफदरजंग अस्पताल और एम्स के डायरेक्टर रणदीप सिंह गुलेरिया भी मौजूद थे. इस बैठक में खासतौर से दिल्ली में कोरोना वायरस से निपटने के लिए सरकार ने जो इंतजाम कर रखे हैं. उनकी समीक्षा की गई. सरकार की तरफ से कहा गया है कि दिल्ली में 260 बेड अलग से रिजर्व रखे गए हैं. इसके साथ ही देश भर में कोरोनावायरस के सैंपल टेस्ट करने के लिए 34 लैब तैयार रखी गई हैं.
बुधवार को केंद्र सरकार ने कहा कि देश के सभी 21 अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर सभी फ्लाइटों से आने वाले यात्रियों की थर्मल स्क्रीनिंग जाएगी. अभी तक एयरपोर्ट पर सिर्फ चुनिंदा देशों से आने वाले यात्रियों की ही थर्मल स्क्रीनिंग की जाती थी. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन ने कहा कि अभी तक देश के 21 अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर 590000 से ज्यादा लोगों की थर्मल स्क्रीनिंग की जा चुकी है और इसके साथ ही नेपाल, बांग्लादेश और चीन से लगी सीमा पर भी थर्मल स्क्रीनिंग के बाद ही आवाजाही की अनुमति दी जा रही है.
इसके अलावा पोर्ट पर भी थर्मल स्क्रीनिंग की व्यवस्था है. बॉर्डर पर 10 लाख से ज्यादा लोगों की अब तक स्क्रीनिंग की जा चुकी है. केंद्र सरकार ने बताया कि सरकार ना सिर्फ एयरपोर्ट पर बल्कि पोर्ट पर और सीमावर्ती इलाकों पर भी आवाजाही के दौरान स्क्रीनिंग कर रही है ताकि कोरोना वायरस जैसी बीमारी फैलने का कोई खतरा ना रहे.
(इनपुट- PTI)