मध्यप्रदेश के दतिया जिले के एक छोटे से गाँव पिपरउआ की गीता कुशवाहा जो कभी आत्मनिर्भर बनने का सपना भी नहीं देख सकती थीं आज आधुनिक खेती की पहचान बन गई हैंसरकारी योजनाओं और तकनीकी नवाचार ने गीता की ज़िंदगी बदल दी पहले परंपरागत तरीके से खेती करने वाली गीता अब ड्रोन टेक्नोलॉजी का उपयोग कर अपने और आसपास के किसानों की फसल में कीटनाशक और खाद का छिड़काव कर रही हैंपहले हमें खेती में बहुत मेहनत करनी पड़ती थी,
लेकिन अब ड्रोन से छिड़काव करने से समय और लागत दोनों की बचत होती है। सरकार की योजनाओं ने हमें आगे बढ़ने का मौका दिया है।
मध्यप्रदेश सरकार की योजनाओं जैसे मुख्यमंत्री उद्यम क्रांति योजना और कृषि आधुनिकीकरण कार्यक्रम ने गीता जैसी हजारों महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाया हैगीता आज सिर्फ एक किसान नहीं बल्कि एक प्रेरणा हैं जो यह साबित करती हैं कि सही मार्गदर्शन और तकनीक से हर महिला आत्मनिर्भर बन सकती है
वाइट – गीता कुशवाहा