राज्यपाल श्री मंगुभाई पटेल ने कहा है कि केंद्र सरकार द्वारा भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती पर शुरू किया गया जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान जनजातीय सशक्तिकरण और समावेशी विकास की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम हैं। धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान का उद्देश्य जनजातीय समुदाय के नागरिकों का कल्याण, सशक्तिकरण और विकास करना है। सरकार का यह प्रयास है कि जनजातीय समुदाय के जो नागरिक अभी तक सरकार की सेवाओं, सुविधाओं और योजनाओं से वंचित रह गए हैं, उन्हें लाभान्वित किया जाएं। उनकी देश के विकास में सहभागिता को सशक्त नागरिक के रूप में सुनिश्चित किया जाए। राज्यपाल श्री पटेल धरती आबा अभियान के तहत सीहोर जिले के ग्राम झोलियापुर में आयोजित राज्य स्तरीय शिविर कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।राज्यपाल श्री पटेल ने कहा कि केंद्र सरकार के 18 मंत्रालय समन्वित रूप से अभियान का संचालन कर रहे हैं। सभी जरूरतमंद नागरिकों के लिए पीएम आवास योजना, आयुष्मान भारत योजना, पीएम उज्ज्वला योजना, एनआरएलएम सहित अनेक योजनाएं संचालित की जा रही हैं।
उन्होंने कहा कि सरकार का यह अभियान तभी सार्थक होगा, जब हम सभी मिलकर इस अभियान को सफल बनाने का प्रयास करेंगे। हम सभी का यह दायित्व है कि हम उन सभी जनजातीय समुदाय के नागरिकों को अभियान के तहत लगने वाले शिविरों में जाकर योजनाओं एवं सेवाओं का लाभ लेने के लिए प्रेरित करें और उनकी सहायता करें। उन्होंने कहा कि धरती आबा अभियान के तहत जनजातीय समुदाय के नागरिकों को दिए गए लाभ की मॉनिटरिंग भी की जा रही है और जल्द ही वे इसका अवलोकन करने पुन: सीहोर आएंगे।
राज्यपाल श्री पटेल ने राज्य स्तरीय शिविर में विभिन्न विभागों द्वारा लगाई गई प्रदर्शनियों का अवलोकन किया। धरती आबा अभियान के प्रचार-प्रसार के लिए प्रचार रथ को भी हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।इस अवसर पर विधायक श्री रमाकांत भार्गव ने भी कार्यक्रम को संबोधित किया। प्रारंभ में कलेक्टर श्री बालागुरू के. ने धरती आबा अभियान के तहत जिले में संचालित गतिविधियों एवं क्रियान्वयन के संबंध में जानकारी दी। जिला पंचायत सीईओ डॉ नेहा जैन ने आभार व्यक्त किया।