Saturday, April 20, 2024
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2014 से पहले देश घोटालों के लिए जाना जाता था, आज दुनिया का लीडर बना

डिंडौरी जिले के बरगांव में गौ-पूजन एवं नवीन गौशाला भवन का मुख्यमंत्री ने किया लोकार्पण

डिंडोरी। वर्ष 2014 से पहले हमारे राष्ट्र को घोटालों के लिए जाना जाता था, लेकिन आज हमारा देश विश्व का लीडर बन रहा है। हमारे यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी 6 दिन की विदेश यात्रा से लौटे हैं। तब आनंद हम सबको आता है जब हमारे प्रधानमंत्री के चरण दूसरे राष्ट्र पापुआ न्यू गिनी के प्रधानमंत्री छूते हैं। अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन कहते हैं, ‘आप बहुत लोकप्रिय हैं, मुझे ऑटोग्राफ दे दें’। ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री कहते हैं, ‘मोदी इस द बॉस’। यह बातें मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने डिंडोरी जिले में कहीं। वे बरगांव में गौ-पूजन एवं नवीन गौशाला भवन का लोकार्पण करने पहुंचे थे।

प्रधानमंत्री जी को मिले कई सम्मान

सीएम शिवराज ने कहा कि अभी-अभी फिजी और पापुआ न्यू गिनी ने मोदी जी को अपने देश का सर्वोच्च सम्मान दिया। ये केवल दो देशों ने नहीं दिया, अफ़ग़ानिस्तान ने अपना सर्वोच्च सम्मान दिया, फिलिस्तीन ने सर्वोच्च सम्मान दिया, यूएई, रूस, मालदीव, बहरीन, सऊदी अरब और दक्षिण कोरिया ने अपने सर्वोच्च सम्मान दिये। अमेरिका ने अपना सर्वोच्च सैन्य सम्मान दिया। संयुक्त राष्ट्र संघ ने उनके पर्यावरण संरक्षण में योगदान के लिए उन्हें ‘चैंपियंस ऑफ द अर्थ’ अवार्ड से नवाजा। पीएम मोदी को ‘फिलिप कोटलेर प्रेसिडेंशियल’ अवार्ड से भी नवाजा गया। स्वच्छ भारत अभियान के लिए बिल एवं मिलिंडा गेट्स फाउंडेशन की और से 2019 में ‘गोल्डन गोलकीपर’ के अवार्ड से नवाजा गया। विश्व उर्जा और पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में काम करने के लिए मोदी जी को इसी साल ‘कैंब्रिज इनर्जी रिसर्च एसोशियेट’ ने ‘ग्लोबल इनर्जी एंड एनवाइरनमेंट लीडरशिप’ अवार्ड से सम्मानित किया।

ये 140 करोड़ देशवासियों का सम्मान

मुख्यमंत्री ने कहा कि ये सम्मान केवल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी का सम्मान नहीं है, ये 140 करोड़ भारतवासियों का सम्मान है। ये अद्भुत, अभूतपूर्व और दुर्लभ है और इस बात का प्रतीक है कि भारत कितनी तेजी से आगे बढ़ रहा है। दुनिया के कितने देश भारत को अपनी लीडर मानते हैं और मार्गदर्शन के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी से अपेक्षा करते हैं। एक तो इस उम्र में, 70 पार, 18 घंटे निरंतर काम करना। 20 राष्ट्र अध्यक्षों से भेंट। 40 से ज्यादा मीटिंग की। ये प्रधानमंत्री जी की दुर्लभ प्रतिभा है।

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