राजगढ़ एसपी ने भागवत कथा के बीच चोरो के गांव कड़िया में पहुंचकर मंच से अपनी बात रखी. लोगों को समझाइश दी और कहा की रावण को हनुमान जी समझाने गए थे वो नहीं माना तो लंका जल गयी. में आपके बीच प्रशासन का हनुमान बनकर आय हूं सुधर जाओ। वीडियो शनिवार शाम 4 बजे का है जो अब सोशल मिडिया पर जमकर वायरल हो रहा है. यदि ऐसा होता की साहब हमें यह धन मिला, हमने यह स्कूल खोल दिए, हमारे बच्चों को अच्छी शिक्षा दे दी. ज़ब वही नहीं हो पा रहा तो बच्चों को अंधकार में धकेलने का क्यों प्रयास कर रहे है आप? क्यों नहीं समाज की 80 परसेंट जनता उनका विरोध करती? आप मना करिए, आप हमारे गांव में नहीं रहोगे, आप चोरी चकारी करोगे हम पुलिस को सूचना देंगे। में आपके साथ खड़ा हूं, मैंने पिछली बार बोला था कि यदि कोई भी व्यक्ति सूचना दे और उसको धमकी दे तो ध्यान रखना सबसे आखिरी पंचायत इस गांव की में ही लूंगा।
गुरु माहराज बता रहे थे की हनुमानजी भी पुलिस की तरह ही थे। वो गए थे रावण को समझाने के लिए की आपने गलती कर दी है। गलती स्वीकार करो और सीता मैया को रामजी के पास वापस भेज दो। पर रावण तो रावण था, सबने समझाने का प्रयास किया पर वो नहीं माना तो लंका जल गयी। इसीलिए मेरा आपसे अनुरोध है, प्रशासन के हनुमान के रुप में मैं आपके पास आया हूं, कृपया करके जीवन में आप आगे बढ़ेँ आप दो कदम चलेंगे में 20 कदम चलने को तैयार हूं, पर आप मत मजबूर करें की हमें कुछ कठोर कदम उठाना पड़े। हमें भी दिखते है छोटे बच्चे, हमें भी दिखती है माताएं बहने जो परेशान होती है, फिर बेल के लिए कोर्ट में घूमती रहती है। वकीलों के हाथ पैर जोड़ती है फिर अपने गहने गिरवी रखती है। उसके बाद बेल कराती है. ऐसे जीवन का सुख, आपको लग रहा होगा वो ऐसी अपने घरों में लगा लिए है लेकिन वो आपके जीवन के अंतर्मन की शांति को छीन चुके है।