भगवान राम का घर बनाने वालों को मुफ्त में घर देगी शिवराज सरकार

भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कोल समाज की सराहना करते हुए कहा है कि यह वही समाज है जिसने वनवास के दौरान भगवान श्रीराम को घर बनाकर दिया। शबरी मैया ने प्रेमपूर्वक भगवान श्रीराम को चख-चखकर बेर खिलाए। यह वही समाज है जिसने अंग्रेजों के खिलाफ आजादी की लड़ाई में बड़ चढ़कर हिस्सा लिया। भोपाल स्थित मुख्यमंत्री निवास पर आयोजित कोल जनजाति सम्मेलन को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि ‘हमारे कोल समाज के जितने गरीब भाई बहन है, उनके पास रहने के लिए जमीन होनी चाहिए। हर एक को जमीन का मालिक पट्टा देकर बनाया जाएगा। बुनियादी जरूरत है। इसलिए हमने मुख्यमंत्री भू आवासीय अधिकार योजना बनाई। जिसमें तय किया जिनके पास रहने की जमीन नहीं है उनको व्यवस्थित पट्टा देकर जमीन मालिक बनाएंगे।‘ इस सम्मेलन में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कोल समुदाय के लिए कई सौगातों की घोषणा की।
मुख्यमंत्री ने कोल समाज के लिए खोला सौगातों का पिटारा
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि त्योंथर स्थित कोलगढ़ी का जीर्णोद्धार किया जाएगा, इसके लिए 3 करोड़ 12 लाख रुपये स्वीकृत कर दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि भगवान बिरसामुंडा जी की पुण्यतिथि 9 जून को कोल गढ़ी के जीर्णोद्धार कार्य का शुभारंभ किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि- ‘हम कौल समाज का सम्मान वापस लौटाएंगे। आप भले और भोले हैं। विकास में जो सबसे पीछे रह गए, मेरे लिए वह सबसे पहले हैं। हम सभी को रहवास के लिए जमीन देंगे। पट्टा और कब्जा दिलाएंगे। इसके लिए सर्वे करवाउंगा। जो रह गए हैं, उन्हें सरकारी है तो ठीक वरना खरीदकर जमीन देंगे। इन्हें आवास के लिए राशि भी देंगे। प्लाट की व्यवस्था करके आवास के लिए अलग सूची बनाएंगे।‘
कोल समाज के उद्धार के लिए प्रतिबद्ध शिवराज सरकार
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सम्मेलन में कोल समाज के उद्धार के लिए प्रतिबद्धता जताते हुए कहा कि कोल समाज के बच्चों की पढ़ाई के लिए और सरकारी नौकरियों में और इंजीनियरिंग/मेडिकल की प्रवेश परीक्षाओं के लिए विशेष कोचिंग स्थापित की जाएंगी। इसके लिए सरकारी तंत्र के साथ समाज के प्रतिनिधि भी सहयोग के लिए आएं। उन्होंने कहा कि समाज के बच्चों के मेडिकल/इंजीनियरिंग की फीस भी सरकार भरेगी। उनके रहने को अगर हॉस्टल में जगह नहीं मिलेगी तो किराये के घर के लिए भी किराया सरकार भरेगी। समाज के बच्चे बच्चे उद्योग व्यवसायों में आएंगे तो सरकार उनको सहायता करेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि हम चाहते हैं कि कोल समाजे युवक नौकरी तलाशने वाले नहीं देने वाले बनें। सीखो कमाओं योजना का लाभ लें, यहां व्यावसायिक प्रशिक्षण के साथ ही इस दौरान 8 हजार रुपए का स्टयपैंड भी दिया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि गंभीर रूप से बीमारों के इलाज की जिम्मेदारी भी सरकार उठाएगी। समाज के प्रतिनिधि इस कार्य में सहयोग करें। लाड़ली बहना योजना का जिक्र करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि कोल समाज की बहनों के खातों में भी 10 जून से लाड़ली बहना योजना के तहत हर माह एक हजार रुपए पहुंचाए जाएंगे।
बड़ी संख्या में समाज जन और समाज के जनप्रतिनिधि सम्मेलन में हुए शामिल
सम्मेलन में मध्यप्रदेश राज्य स्तरीय कोल जनजाति प्राधिकरण के अध्यक्ष रामलाल रौतेल, जिला पंचायत सतना के अध्यक्ष राम खेलावन कोल, जिला पंचायत रीवा की अध्यक्ष नीता कोल, ब्योहारी विधायक शरद कोल समेत कई जनप्रतिनिधि मौजूद थे। सम्मेलन के दौरान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कोल जनजाति के हितग्राहियों को ऋण स्वीकृति पत्र भी प्रदान किए।