- पाकिस्तान में कोरोना वायरस का लोकल ट्रांसमिशन
- 79 फीसदी केस लोकल ट्रांसमिशन का शिकार
पाकिस्तान में कोरोना वायरस के मामलों में तेजी से बढ़ोतरी हो रही है. शुक्रवार सुबह तक पड़ोसी मुल्क में 11 हजार से अधिक मामले सामने आ चुके हैं. लेकिन इससे इतर पाकिस्तान की एक चिंता और भी है. स्वास्थ्य मंत्रालय का कहना है कि कुल मामलों के करीब 80 फीसदी लोकल ट्रांसमिशन का शिकार हुए हैं, जो काफी खतरनाक है.
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पाकिस्तानी स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, अबतक 11,155 मामले सामने आ चुके हैं. जिनमें 230 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 2 हजार से अधिक लोग ठीक हो चुके हैं. पिछले चौबीस घंटे में ही 600 से अधिक मामले सामने आए हैं.
पाकिस्तान में सबसे ज्यादा मामले पंजाब और सिंध प्रांत से सामने आए हैं. 11 हजार में से करीब 8 हजार मामले इन दो प्रांतों से ही हैं. हालांकि अभी पाकिस्तान में 50 हजार से काफी कम कोरोना वायरस के टेस्ट किए गए हैं.
सरकार की ओर से कहा गया है कि पाकिस्तान में मई या जून में ये महामारी अपनी रफ्तार पकड़ेगी. क्योंकि अबतक जो मामले सामने आए हैं उनमें से 79 फीसदी लोकल ट्रांसमिशन का शिकार हुए हैं. ऐसे में सरकार की ओर से अब टेस्टिंग और ट्रैकिंग को बढ़ाया जा रहा है.
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लोकल ट्रांसमिशन शुरू होने के बाद सरकार ने अपनी पॉलिसी बदलने का फैसला लिया है. बता दें कि पाकिस्तान में पूरी तरह से लॉकडाउन नहीं हैं, अभी भी धार्मिक स्थलों को खुला रखा गया है जिसे ट्रांसमिशन का कारण बताया जा रहा है.
गौरतलब है कि बीते दिनों पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान ने भी अपना कोरोना वायरस का टेस्ट करवाया था. हालांकि, उनका कोरोना वायरस टेस्ट नेगेटिव आया है. इमरान खान ने बीते दिनों एक ऐसे व्यक्ति से मुलाकात की थी, जो बाद में कोरोना वायरस पॉजिटिव पाया गया था. यही कारण रहा कि उन्हें भी टेस्ट करवाना पड़ा.
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