नई दिल्ली: कोरोना वायरस (Coronavirus) संकट से निपटने के लिए भारत की योजना है कि वो सिंगापुर से एक लाख से अधिक व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरण किट मंगाएगा. वहीं अब तक बतौर डोनेशन हमें दक्षिण-पूर्व एशियाई देशों से पहले ही 1 लाख COVID-19 परीक्षण किट मिल चुके हैं. वियान न्यूल से खास बातचीत में सिंगापुर में भारत के दूत जावेद अशरफ ने सिंगापुर में संक्रमित भारतीय श्रमिकों और फंसे हुए भारतीय नागरिकों तक पहुंचने, सिंगापुर सरकार द्वारा इन कामगारों को दी जा रही सुविधाओं समेत कई अहम मुद्दों पर जानकारियां साझा कीं.
संक्रमित प्रवासी विदेशी श्रमिकों में 25 फीसदी भारतीय
अशरफ ने बताया कि 11 हजार प्रवासी विदेशी श्रमिक COVID-19 पॉजिटिव हैं, जिनमें से 25% भारतीय हैं. राहत की बात ये है कि सिंगापुर की सरकार इन सभी संक्रमित विदेशी कामगारों को पूरी तनख्वाह, तीन समय का भोजन, पूरी चिकित्सा सहायता और मुफ्त वाईफाई प्रदान कर रही है, ताकि वे अपने परिवारों से संपर्क में रह सकें.
रोजाना 14 हजार लोगों का है चीन से सिंगापुर आना-जाना
वायरस को फैलने से रोकने के सिंगापुर मॉडल के बारे में उन्होंने कहा कि चूंकि चीन और सिंगापुर के बीच आर्थिक और सांस्कृतिक संबंध है. हर दिन करीब 14 हजार लोग चीन से यहां आते हैं. ऐसे में वुहान में नए वायरस के फैलने की बात सामने आते ही यहां की सरकार सक्रिय हो गई थी. संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए 3 चरणों में काम किए गए.
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23 जनवरी को पहला मामला सामने आते ही सोशल डिस्टेंसिंग को तत्काल अपनाया गया. तेजी से परीक्षण किए गए. इतना ही नहीं संक्रमितों और संदिग्धों के संपर्क में आए लोगों को ट्रेस करके उनके भी परीक्षण का काम बहुत तेजी से किया गया. बाद में मामले बढ़ते देख वे मार्च की शुरुआत में चीन से प्रवेश को रोकने में सक्षम रहे और इससे संक्रमण के प्रसार को रोकने में भी.
उसके बाद विदेशों से लौट रहे लोगों का आना जारी रहा. यूरोप, अमेरिका के रूप में महामारी पूरी दुनिया में फैलने लगी और फिर हमने इस घटना में एक बड़ा स्पाइक देखा. इसी दौरान डॉर्मिटरी में रहने वाले विदेशी श्रमिकों के बीच मामलों में खासी वृद्धि हुई. यहां भारत समेत कई देशों के 2 लाख से अधिक प्रवासी श्रमिक रहते हैं. मार्च के अंत में इन श्रमिकों में संक्रमण के लगभग 1,100 मामले सामने आए, जो पिछले 25 दिनों में 12,000 हो गए. राहत की बात ये है कि चिकित्साण सुविधाएं अच्छीह होने से यहां मृत्यू दर बहुत कम है.
टेस्टिंग किट के रूप में भारत को बड़ी मदद
इस संकट से निपटने के लिए दोनों देश कैसे सहयोग कर रहे हैं? इस बारे में अशरफ ने कहा कि सिंगापुर और भारतीय पीएम मोदी दोनों ने बात की थी और यह बहुत अच्छी बातचीत थी. सिंगापुर टेमासेक फाउंडेशन ने परीक्षण के लिए 70,000 COVID परीक्षण किट दान किए हैं. वहीं बिल गेट्स और मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन के माध्यम से 30,000 अतिरिक्त किट दिए गए थे और उन्होंने हमें अब तक नि: शुल्क 1,00,000 परीक्षण किट दिए हैं.
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