Tuesday, April 30, 2024
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stay safe from pollution during diwali 2020: Diwali 2020 Air Pollution Safety Tips: शरीर पर नहीं होगा प्रदूषण का बुरा असर, डॉक्टर ने बताए इस समस्या से निपटने के तरीके – how to prevent air pollution bad effect during diwali 2020 in hindi

अक्टूबर-नवंबर और दिसंबर में हर साल पलूशन को लेकर बहुत शोर मचने लगता है। इस दौरान बढ़े हुए पलूशन की एक वजह लोग दिवाली और क्रिसमस के दौरान चलाए जानेवाले पटाखों को भी बताते हैं। हालांकि सिर्फ किसी एक कारण से पलूशन इतना अधिक नहीं बढ़ता है। बल्कि इसमें पराली का धुआं, मौसम में हुआ बदलाव और बढ़ी हुई व्यवसायिक गतिविधियां भी शामिल होती हैं।

पलूशन के कारण होती है ये समस्याएं

– पलूशन बढ़ने के दौरान खांसी, जुकाम, सिरदर्द, हर समय थकान रहना, गले में खराश होना, अस्थमा के रोगियों की समस्या बढ़ना, आंखों में जलन रहना और पानी बहना, सांस लेने में दिक्कत होना, सीने में भारीपन की समस्या जैसी परेशानियों का सामना करना पड़ता है।

-यहां डॉक्टर उपाली नंदा बता रही हैं, उन आसान तरीकों के बारे में, जिनके जरिए आप पलूशन के दौरान भी अपने दैनिक जीवन का लुत्फ उठा सकते हैं और आपके शरीर पर प्रदूषण का बुरा असर प्रभाव नहीं डाल पाएगा।

घर से बाहर निकलते समय

-जिन लोगों को दैनिक कार्यों और ऑफिस वर्क के चलते घर से बाहर जाना ही होता है, उनके लिए डॉक्टर उपाली नंदा की सलाह है कि वे एन-95 मास्क का उपयोग करके ही घर से बाहर निकलें। यह मास्क आपको कोरोना इंफेक्शन से बचाने के साथ ही वायु प्रदूषण के बुर असर से भी बचाने में सहायता करता है।

-ध्यान रखें कि आपके इस एन-95 मास्क में रेस्पिरेटर वॉल्व नहीं लगा होना चाहिए। आपको बिना वॉल्व के मास्क का उपयोग करना है। यदि आप चाहें तो कॉटन के मास्क का उपयोग भी कर सकते हैं। लेकिन यह अच्छी क्वालिटी का होना चाहिए।

शॉर्ट वॉक और इंडोर ऐक्टिविटीज

– डॉक्टर उपाली कहती हैं कि कोरोना महामारी ने दुनिया को बहुत अधिक नुकसान पहुंचाया है। लेकिन यह भी सही है कि इस दौरान हमने जीवन जीने के नए तरीकों के बारे में भी बहुत कुछ सीखा है। अब ज्यादातर सेक्टर्स अपने इंप्लॉइज को वर्क फ्रॉम होम की सुविधा दे रहे हैं तो बच्चों के लिए भी ऑनलाइन एजुकेशन का विकल्प मौजूद है।

-वहीं, कोरोना टाइम के दौरान लगे लॉकडाउन के चलते लोगों के अंदर घर में रहने की आदत बढ़ी है। साथ ही इंडोर ऐक्टिविटीज भी एक्सप्लोर हुई हैं। इन सभी बातों और नियमों का ध्यान आप प्रदूषण से बचने के लिए भी रखें।

-जितना हो सके अधिक से अधिक समय घर पर ही रहें। लॉकडाउन के दौरान घर से बहुत सारे काम संभव हो सके हैं। इसलिए रनिंग की जगह घर पर ही जॉगिंग करें। लॉन्ग वॉक की जगह शॉर्ट वॉक को चुनें। ताकि पलूशन से कम से कम एक्सपोजर हो।

कंप्लीट हेल्थ पैकेज है योग

-डॉक्टर उपाली नंदा कहती हैं कि योग एक कंप्लीट हेल्थ पैकेज है। क्योंकि इसके अंदर ध्यान और प्राणायाम जैसी क्रियाएं भी सम्मिलित हैं। योगासनों के जरिए हमारा शरीर स्वस्थ रहता है तो प्राणायाम हमारे श्वसनतंत्र और आंतरिक स्वास्थ्य को बनाए रखता है। वहीं मेडिटेशन मेंटल हेल्थ को फिट बनाए रखने का काम करता है।

-इसलिए आप जिम जाने, पार्क में एक्सर्साइज और रनिंग करने की जगह घर में ही रहकर योग करें। इंटोर एक्सर्साइज जैसे जॉगिंग और डांस की मदद से भी अपनी फिटनेस को बनाए रख सकते हैं। ऐसा करने से आप प्रदूषण के संपर्क में कम आएंगे।

घर की हवा को ऐसे रखें साफ

-डॉक्टर उपाली कहती हैं कि दिवाली से लेकर न्यू इयर तक प्रदूषण की समस्या सबसे अधिक देखने को मिलती है। ऐसे में जब-जब ऐसे त्योहार और अवसर आएं, जब पलूशन सबसे अधिक हो, उस दौरान अपने घर के खिड़की और दरवाजे ज्यादा से ज्यादा समय बंद ही रखें। ताकि बाहर का प्रदूषण हवा के माध्यम से आपके घर के अंदर प्रवेश ना कर पाए।

-आप घर के उन एरिया या कमरों में एयर प्यूरिफायर लगवाएं, जिनका आप सबसे अधिक उपयोग करते हैं। यानी घर के जिस कमरे में आप सबसे अधिक समय तक रहते हैं, उस कमरे में एयर प्यूरिफायर जरूर लगवाएं। यह आपके घर के अंदर की हवा को साफ रखने में सहायता करेगा।

घर में नहीं बढ़ेगा वायु प्रदूषण अपनाएं ये तरीके

-नियमित रूप से पूजा-पाठ करते समय इस बात का ध्यान रखें कि आप सिर्फ देसी घी का दीपक जलाकर ही भगवान का पूजन करें। इस दौरान धूपबत्ती, अगरबत्ती या कंडे इत्यादि से हवन ना करें। ये सभी क्रियाएं आपके घर की हवा में डेंसिटी बढ़ाने का काम करती हैं। इससे घर के अंदर वायु प्रदूषण बढ़ता है।

-दिवाली सप्ताह के दौरान घर में किसी तरह के परफ्यूम, एयर फ्रेशनर या मच्छर मारने और भगाने की दवाओं का उपयोग ना करें। क्योंकि इनके उपयोग के बाद घर को बंद रखने से आपको श्वांस संबंधी समस्याएं हो सकती हैं। या आंखों में जलन और सिर में भारीपन भी हो सकता है।

खान-पान में रखें इन बातों का ध्यान

-डॉक्टर उपाली का कहना है कि प्रदूषण के कारण होने वाली समस्याओं से बचने के लिए आप अपनी डायट में विटमिन-सी का उपयोग करें। इसके लिए आपको अलग से विटमिन-सी की टैबलेट्स लेने की जरूरत नहीं है।

-बल्कि आप सर्दियों के फलों जैसे मौसमी, संतरा, अमरूद इत्यादि का सेवन कर सकते हैं। दिन के समय एक गिलास संतरे का जूस हर दिन लेने से आपको शरीर पर प्रदूषण का असर कम होगा।

-डॉक्टर नंदा कहती हैं कि जितनी भी ब्राइट कलर्स की सब्जियां होती हैं, उन सभी के अंदर ऐंटिऑक्सीडेंट्स की मात्रा बहुत अधिक होती है। जैसे कलरफुल शिमला मिर्च। आप लाल-पीली-हरी शिमला मिर्च को सब्जी, सलाद या अन्य स्नैक्स के साथ ले सकते हैं।

आंखों की जलन और सिर के भारीपन से निपटें

-यदि पलूशन के कारण आपको आंखों में जलन और सिर में भारीपन की समस्या हो रही है तो तुरंत राहत पाने के लिए आप अपनी आंखों को ताजे पानी से बार-बार धुलें। आंखों की जलन को शांत करने के लिए रोज वॉटर आई ड्रॉप्स, लूब्रिकेंट आई ड्रॉप्स का उपयोग करें।

-यदि ऐसा करने के बाद भी आंखों में जलन होना या आंखों से पानी आने की समस्या दूर नहीं होती है तो आप तुरंत आई स्पेशलिस्ट के पास जाएं। ताकि इस समस्या को बढ़ने से पहले ही रोका जा सके।

-सिर के भारीपन को दूर करने के लिए आप ग्रीन-टी का उपयोग कर सकते हैं। गर्म पानी पी सकते हैं। या फिर विक्स की भाप ले सकते हैं। स्टीम लेने से सिर का भारीपन भी दूर होता है और पूरे श्वसनतंत्र की सफाई हो जाती है। इससे शरीर में ऑक्सीजन का प्रवाह बढ़ जाता है और सिर का भारीपन दूर हो जाता है।

ग्रीन-टी और ग्रीन-वेजिटेबल्स

-प्रदूषण के असर को बेअसर करने के लिए हर दिन ग्रीन-टी का उपयोग लाभकारी होता है। इसके साथ ही हरी फलियां, हरी पत्तेदार सब्जियां जैसे मेथी, पालक, बथुआ, हरी प्याज, ब्रोकली इत्यादि प्रदूषण के हानिकारक तत्वों का शरीर पर असर नहीं होने देती हैं। क्योंकि ये सभी सब्जियां इम्यूनिटी बूस्टर्स की तरह काम करती हैं।

गले में खिचखिच का उपाय

-डॉक्टर उपाली के अनुसार, प्रदूषण और धुंए के कारण होनेवाली गले की खिचखिच या खराश को गर्म पानी के गरारे द्वारा सही किया जा सकता है। इसके साथ ही स्टीम लेना भी इस समस्या से निजात दिलाता है।

-खाने के बाद आप गर्म पानी का सेवन करेंगे तब भी गले की समस्याओं से बच सकते हैं।

ग्रीन-टी या अदरक की चाय आपको गले की समस्याओं से बचाने में मदद करती है। यदि इन तरीकों से राहत ना मिले तो आप ईएनटी स्पेशलिस्ट यानी नाक-कान और गले के डॉक्टर से जरूर मिलें और उनके बताए अनुसार दवाओं का सेवन करें।

डॉक्टर उपाली नंदा, दिल्ली के कुतुब इंडस्ट्रियल एरिया स्थित मेडियॉर हॉस्पिटल में प्रिवेंटिव हेल्थ कंसल्टेंट इन मेडिसिन के पद पर कार्यरत हैं। आप इनसे मिलने के लिए 011-41222222 नंबर पर कॉल कर सकते हैं।

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